मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की इनकम में रिकॉर्ड इजाफा, नक्शों से प्राप्त हुए 214 करोड़ रुपए ,उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने टीम को दिया श्रेय
देहरादून : मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण कार्यालय द्वारा भवनों के नक्शों से हुई आय को लेकर विस्तृत रिपोर्ट जारी की गई है। इसके अनुसार, 2022-23 में करीब 137 करोड़ की अपेक्षा प्राधिकरण को 2023-24 में रिकॉर्ड 214 करोड़ रुपये से ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है। बताते चलें कि एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने पदभार ग्रहण करने के बाद हर सप्ताह एमडीडीए कार्यालय में ही कैंप आयोजित करने का निर्णय लिया था। इससे लंबे समय से आवासीय एवं कॉमर्शियल भवनों के लटके पड़े नक्शे पास होने लगे और इंतजार कर रहे लोगों को बड़ी राहत मिली।
इसके साथ ही, सरकार को भी करोड़ों रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने रिकॉर्ड आय प्राप्त करने का श्रेय अपनी पूरी टीम को देते हुए कहा कि एक अप्रैल से वन टाइम सेटलमेंट स्कीम (ओटीएस) की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसके माध्यम से प्राधिकरण ने दो सौ से ढाई सौ करोड़ रुपये तक राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने बताया कि जनता को राहत दिलाना पहली प्राथमिकता है। उन्होंने समस्त सेक्टरों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आम जनता को ओटीएस से अवगत करवाएं।
उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के मुताबिक, अवैध निर्माण पर अंकुश लगाने के साथ ही निर्माण को वैध बनाने के लिए सेक्टरवार कंपाउंडिंग कैंप लगाने की शुरुआत की गई। इसके साथ ही सेक्टरवार अवैध निर्माण चिह्नित करने को भी अभियान चलाया गया। फील्ड में निगरानी बढ़ाने का असर यह हुआ कि अवैध निर्माण हतोत्साहित हुए। जिससे एमडीडीए में नक्शे पास कराने की व्यवस्था तेजी से बढ़ी और इसी के साथ निस्तारण में भी तेजी लाई गई। इसी के अनुरूप शेल्टर फंड और लेबर सेस में भी बढ़ोतरी पाई गई।
एमडीडीए के बजट का जो आकार पहले 600 करोड़ के आसपास रहता था, वह वर्ष 2023-24 में बढ़कर एक हजार करोड़ रुपये के आसपास पहुंच गया। क्योंकि, अतिरिक्त राजस्व से एमडीडीए ने शहर के विकास के लिए तमाम परियोजनाओं को अमली जामा पहनाया।