खेल मंत्री रेखा आर्या ने यूनिसन वर्ल्ड स्कूल की वार्षिक स्पोर्ट्स मीट ‘स्पर्धा 2024’ का किया शुभारंभ, कहा जीतने से ज़्यादा सीखने के लिए खेलें बच्चे
देहरादून: प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने देहरादून स्थित यूनिसन वर्ल्ड स्कूल पहुंच कर स्कूल की वार्षिक स्पोर्ट्स मीट ‘स्पर्धा 2024’ का शुभारंभ किया। ‘स्पर्धा 2024’ में बालिकाओं ने अलग-अलग खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और खेलों के प्रति अपनी दृढ़ता को दिखलाया। अपने संबोधन में खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि बच्चियों का उत्साह और प्रदर्शन देख कर मैं यक़ीन से यह कह सकती हूं कि खेलों में हमारे प्रदेश का भविष्य उज्ज्वल है और वो दिन दूर नहीं है जब उत्तराखण्ड से एक से बढ़कर एक खिलाड़ी ओलंपिक में देश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने जोड़ा कि खेल खिलाड़ी को इतना सक्षम बना देता है कि जब वह ओलंपिक में देश के लिए मेडल लाता है तो देश की पहचान उस खिलाड़ी से होने लगती है।
प्रदेश के खिलाड़ियों के कल्याण कार्यों का ज़िक्र करते हुए खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि प्रदेश में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए हमने खिलाड़ी केंद्रित नीतियां बनाई हैं। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को हमारी सरकार आउट ऑफ़ द टर्म जाकर सरकारी नौकरी दे रही है और हमें प्रसन्नता है कि अब तक हमने 34 खिलाड़ियों को राजकीय सेवाओं में सरकारी नौकरी प्रदान की है। इसके साथ ही हमारी सरकार खिलाड़ियों को राजकीय सेवाओं में 4% आरक्षण देने का कार्य कर रही है जिससे खिलाड़ी आर्थिक रूप से तो सशक्त होंगे ही साथ ही प्रदेश के युवा प्रोत्साहित होकर खेल जगत में अपना सुनहरा भविष्य तलाशने का काम कर सकेंगे।
स्कूल की प्रधानाचार्य की प्रशंसा करते हुए खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि महिला होकर किसी प्रतिष्ठान को लीड करना अपने आप में बड़ी ज़िम्मेदारी का कार्य है और इसके लिए प्रधानाचार्य महोदया बधाई की पात्र हैं। ये अपने आप में महिला सशक्तिकरण का एक नायाब उदाहरण है। अपने संबोधन में स्वस्थ भारत की परिकल्पना पर बोलते हुए खेल मंत्री ने कहा हमें इस खेल को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना चाहिए और संकल्प लेना चाहिए कि हम हर दिन एक घंटा स्पोर्ट्स को समर्पित कर स्वस्थ भारत की परिकल्पना को चरितार्थ करेंगे। बच्चों को सक्सेस मंत्र देते हुए खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि जीतने से ज़्यादा हमें सीखने के लिए खेलना चाहिए और किसी स्पर्धा में हारने वाला खिलाड़ी हारता नहीं है बल्कि कुछ ना कुछ सीखता है और नये अनुभव भी प्राप्त करता है।
कार्यक्रम में स्कूल की प्रधानाचार्या मोना खन्ना, विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित रिटायर्ड ब्रिगेडियर गोविंद सिंह सिसोदिया, उप प्रधानाचार्य रिम्पी आहूजा, प्रशासक ग्रुप कैप्टन अमित शर्मा, स्कूल मैनेजमेंट के सदस्यगण और अभिभावकगण सहित स्कूल के बच्चे मौजूद रहे।