उत्तराखंड

आदि कैलाश यात्रा मार्ग में अलग-अलग स्थानों पर फंसे अधिकांश यात्रियों का हेलीकॉप्टर से सुरक्षित रेस्क्यू

देहरादून: भूस्खलन के चलते अवरुद्ध आदि कैलाश यात्रा मार्ग में अलग-अलग स्थानों पर फंसे अधिकांश यात्रियों को हेलीकॉप्टर के जरिए सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। नारायण आश्रम में रुके यात्रियों को कल हेली सेवा से रेस्क्यू कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं इस रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की तथा यात्रियों को सकुशल निकालने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाने के निर्देश दिए।

रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल संचालन पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़, एसएसपी पिथौरागढ़ के साथ ही एनडीआरएफ, एसएसबी तथा सिविल एविएशन की टीम की प्रशंसा की। स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ, एसएसबी, उत्तराखण्ड पुलिस तथा चिपसम एवेएशन कंपनी ने युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर यात्रियों को सकुशल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और देश-विदेश के यात्री सुरक्षित माहौल में यात्रा कर सकें, इसके लिए सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। इस दौरान सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन लगातार तीसरे दिन राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन की स्वयं मॉनिटरिंग की।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने यात्रियों के हेली रेस्क्यू के लिए विशेष अभियान चलाया। स्थानीय प्रशासन के अनुसार दो से तीन दिन में यात्रा मार्ग को सुचारू कर दिया जाएगा। चैतलधार में भूस्खलन के कारण काफी मात्रा में मलबा आया है। बीआरओ की टीम युद्धस्तर पर कार्य कर रही है और जल्द ही मार्ग को खोल दिया जाएगा।

सचिव आपदा प्रबंधन की अध्यक्षता में कल सोमवार को सभी जिलों के प्रभारी अधिकारी, आपदा प्रबंधन, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता तथा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों की एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सड़कों को खोले जाने की संभावित तिथि तथा अन्य पहलुओं पर विस्तृत चर्चा होगी।

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