कृषि मंत्री गणेश जोशी से भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन
देहरादून : हाथीबड़कला स्थित कैम्प कार्यालय में भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने कृषि मंत्री गणेश जोशी ने मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने कृषि मंत्री गणेश जोशी के समक्ष किसानो की विभिन्न समस्याओं को रखा जिसमे उन्होंने कृषि मंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि नहरो की सफाई नियमित की जाए कृषि यन्त्रो सरकारी छूट राज्यभर मे बराबर हो। किसानो को खाद देते समय नैनो यूरिया जानकारी दी जाए। जो सरकारी भूमि खाली है उसको उपजाऊ बनाने के लिए किसानो को दिए जाने का प्रावधान किया जाए। किसानो को उपजाऊ भूमि, बगीचा आदि में प्लॉटिंग बंद करा दिया जाए।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने मौके पर उपस्थित सचिव कृषि दीपेंद्र चौधरी को मामले में आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। कृषि मंत्री ने सचिव कृषि को निर्देशित करते हुए प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को नैनी यूरिया की जानकारी ब्लॉक स्तर तक किसानों को देने के संबंध में तत्काल जिलाधिकारियों को सर्कुलर जारी करने के निर्देश दिए। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा किसानों को हर जिले में ब्लॉक स्तर पर गोष्ठी के माध्यम से समय – समय पर किसानों को खाद की जानकारी दी जाए। खाद्य वितरण केन्द्र में एलईडी के माध्यम से योजना का प्रचार प्रसार तथा किसानों को जानकारी प्रदान की जाए। कृषि मंत्री ने कहा बंजर खाली भूमि को ग्राम पंचायतों को दी जाने की व्यवस्थाएं बनाई जाए। जिससे भूमि की उर्वरक क्षमता भी बनी रहे तथा ग्रामीण किसानों को भी लाभ पहुंचे। कृषि भूमि पर प्लॉटिंग तथा कॉलोनियों के निर्माण को संबंध में मंत्री गणेश जोशी ने सचिव कृषि को एक ठोस रणनीति बनाने के निर्देश दिए गए। मंत्री ने सचिव कृषि को प्रदेश में प्राथमिकता के आधार पर नहरों की सफाई का कार्य किया जाए। उन्होंने कहा जहां आवश्यकता है, वहां यथा शीघ्र कार्य किया जाए। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के लिए सरकार द्वारा अनेक प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर सचिव कृषि दीपेंद्र चौधरी, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा, डायरेक्टर नरेंद्र चौहान, राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण शर्मा,अशोक चौधरी, कपिल पंवार आदि उपस्थित रहे।