Sunday, November 24, 2024
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उत्तराखंड

वन संपदा को वनाग्नि से बचाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार की बैठक,सभी खंड विकास अधिकारियों को दिए निर्देश 

रुद्रप्रयाग : जनपद में वन संपदा को वनाग्नि से बचाने के लिए विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार की अध्यक्षता में संबंधित अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 15 फरवरी से शुरू होने वाले फायर सीजन के लिए वनों में घटित होने वाली वनाग्नि की रोकथाम के लिए जिस स्तर से जो भी आवश्यक कार्यवाही एवं व्यवस्थाएं की जानी हैं वह सभी समय से सभी व्यवस्थाएं कर ली जाएं ताकि किसी भी क्षेत्र में वनाग्नि की घटना घटित होने से इसकी रोकथाम के लिए त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।

उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि खंड विकास स्तर एवं ग्राम पंचायत स्तर पर जो भी समितियां गठित की जानी हैं उन समितियों का शीघ्रता से गठन सुनिश्चित कर लिया जाए जिससे कि वनाग्नि जैसी घटना घटित होने से संबंधित समितियों द्वारा इस पर त्वरित कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि वन संपदा को वनाग्नि से बचाने के लिए एवं पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए इसमें सभी की सहभागिता जरूरी है तथा सभी के सहयोग से ही वन संपदा को बचाया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने वन विभाग, राजस्व विभाग एवं लोक निर्माण विभाग एवं तहसील व खंड विकास स्तर पर तथा ग्राम पंचायत स्तर पर सभी को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करें तथा वन विभाग को वनाग्नि की रोकथाम के लिए उचित प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दिए गए।

इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने कहा कि जनपद में दो वन प्रभाग हैं जिसमें 66 प्रतिशत वन आरक्षित क्षेत्र हैं जिसमें 20 प्रतिशत क्षेत्र चीड़ बाहुल्य क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि इस समय वर्षा कम हुई है जिससे कि वन में वनाग्नि की अधिक संभावना है जिसके लिए वनाग्नि की रोकथाम के लिए सभी के सहयोग की अपेक्षा की गई है। उन्होंने संबंधित विभागों से भी अपेक्षा की है कि वनाग्नि की घटना घटित होने पर सभी विभाग इसमें वन विभाग का पूर्ण सहयोग उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वनो की सुरक्षा के लिए 28 फायर क्रू स्टेशन विभिन्न क्षेत्रों में तैयार किए गए हैं तथा वनाग्नि की घटना घटित होने पर इसकी सूचना तत्काल उपलब्ध हो इसके लिए फोरेस्ट फायर एप भी तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से तत्काल सूचना उपलब्ध हो जाएगी जिससे कि संबंधित क्षेत्र में अग्नि सुरक्षा टीम को तत्काल भेजा जा सकेगा। उन्होंने वनाग्नि को रोकने में सभी से सहयोग करने की अपील की है।

इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा, उप जिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार डोभाल, जिला युवा कल्याण अधिकारी शरत सिंह भंडारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी हर्षवर्द्धन भट्ट, जिला पंचायत राज अधिकारी प्रेम सिंह रावत, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, अधिशासी अभियंता जल संस्थान अनीश पिल्लई, जल निगम नवल कुमार, एनएच निर्भय सिंह, ग्रामीण निर्माण विभाग मीनल गुलाटी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र महेश प्रकाश, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी विमल सिंह गुसांई, खंड विकास अधिकारी ऊखीमठ सूर्यप्रकाश शाह, अगस्त्यमुनि प्रवीण भट्ट सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मचारी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आये ग्रामीण मौजूद रहे।

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