भराड़ीसैंण में मुख्यमंत्री धामी ने ली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक, विभागीय कार्यों में तेजी लाने के दिये निर्देश
भराड़ीसैंण : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा परिसर भराड़ीसैंण में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए विभागीय कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद चमोली को एक स्वच्छ एवं आदर्श जनपद के रूप में विकसित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चमोली में बदरीनाथ, हेमकुंड, गोपीनाथ समेत अनेक देवस्थल मौजूद हैं। देश का प्रथम गांव माणा भी चमोली में ही है। इस सीमांत जनपद को स्वच्छ बनाना हम सब का नैतिक दायित्व है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद चमोली से बहने वाली सभी नदियों को स्वच्छ रखा जाए। नदियों में जाने वाले कूड़ा, करकट एवं गंदे नालों का ट्रीटमेंट किया जाए। नदी किनारे लोगों को जागरूक किया जाए। मुख्यमंत्री ने विभागों को अपने कार्यस्थल पर स्वच्छता बनाए रखने के साथ इसकी शुरुआत करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी गेस्ट हाउसों में भी विशेष स्वच्छता एवं साफ सफाई रखी जाए। ताकि बाहर से आने वाले पर्यटक इस देवभूमि से एक अच्छा संदेश लेकर जाए।
मुख्यमंत्री ने विभागों द्वारा संचालित कार्यों की गहनता से समीक्षा की। उन्होंने सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि सड़कों को गड्ढा मुक्त एवं सुरक्षित बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने पुलिस एवं परिवहन विभाग को वाहनों की नियमित जांच करने और अनफिट वाहनों को चलन से बाहर करने के भी निर्देश दिए। ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो। उन्होंने किसानों की आर्थिकी को बढ़ाने के लिए कृषि, उद्यान, पशुपालन समेत समस्त रेखीय विभागों को भी जरूरी निर्देश दिए। बैठक में ज्योतिर्मठ में आपदा राहत कार्यों की समीक्षा भी की गई।
इस दौरान जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जनपद में संचालित नवाचारी कार्यों से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मैठाणा गांव को मॉडर्न विलेज के रूप में विकसित किया जा रहा है। आदिबदरी क्षेत्र के गांवों को मशरूम उत्पादन से जोड़ा जा रहा है। राइंका भराड़ीसैंण को आदर्श विद्यालय बनाया जा रहा है। बैठक में आईजी गढ़वाल केएस नगन्याल, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।