उत्तराखंड

35 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद कीर्तिनगर के ग्वाड़ टोला को मिली सड़क की सौगात

श्रीनगर: कीर्तिनगर ब्लॉक के सबसे दूरस्थ गांव ग्वाड़ व टोला के ग्रामीणों की राह 35 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद आसान होने जा रही है। अभी तक ग्रामीणों को पैदल करीब साढ़े चार किमी खड़ी चढ़ाई नापनी पड़ रही थी।
मंगलवार को विधायक विनोद कंडारी ने राड़ागाड़ में मार्ग निर्माण का शिलान्यास कर ग्रामीणों को सड़क की सौगात दी। डागर पट्टी के राड़ागाड़-ग्वाड़, टोला के ग्रामीण राज्य बनने से पहले से मार्ग निर्माण की मांग कर रहे थे। मार्ग के शिलान्यास के दौरान विधायक विनोद कंडारी ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए पिछली विधानसभा के कार्यकाल में उन्होंने जाखी से राड़ागाड़ तक करीब पांच किमी सड़क पहुंचाई।

इससे पहले ग्रामीणों को जाखी से करीब 10 किमी की पैदल दूरी नापनी पड़ती थी। तब उन्होंने ग्वाड़, टोला के लोगों से अगले कार्यकाल में गांव तक ही सड़क पहुंचाने का वायदा किया था, जिसे उन्होंने पूरा कर दिखाया है। कहा कि पांच किमी लंबे राड़ागाड़-ग्वाड़, टोला मोटर मार्ग का निर्माण 166.87 लाख के बजट से किया जाएगा।
इस मौके पर सुरजन, पूर्व जिला पंचायत सदस्य चंदन सिंह चौहान, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्ण सिंह, डाॅ. वीरेंद्र बर्तवाल, पूर्व प्रधान मंजू देवी, मीरा देवी, नरेंद्र कुंवर, नरेश नेगी, विकास मेहरा, प्रकाश जोशी, मिलन किशोर, अनुसूया प्रसाद, विजय पाल सिंह, प्रताप सिंह, दलवीर सिंह नेगी, भूपेंद्र आदि मौजूद रहे।

गांव के पूर्व प्रधान आलम सिंह का कहना है कि ग्रामीणों की सड़क मार्ग की मांग वर्षों बाद पूरी हुई है। कहा उनके रहते-रहते गांव तक सड़क पहुंच जाएगी ऐसी उम्मीद है।
ग्रामीण प्रताप सिंह ने बताया कि मार्ग निर्माण के लिए कई वर्षों का संघर्ष रहा है। संघर्ष करने वाले कई लोग आज हमारे बीच नहीं हैं। अब गांव में जल्द ही सड़क पहुंच जाएगी।
गांव की बसंती देवी का कहना है कि गांव में सड़क नहीं होने से महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
रामप्यारी देवी का कहना है कि गांव तक सामान पहुंचाने की सबसे बड़ी समस्या रहती है। श्रीनगर व अन्य जनदीकी बाजार की गांव से बहुत अधिक दूरी होने के कारण उन्हें कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। सड़क बनने से अब यह दिक्कतें नहीं रहेंगी

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