उत्तराखंड

चारधाम यात्रा में उमड़ रहा भक्तों का सैलाब,भारी भीड़ के चलते मुख्यमंत्री धामी का बड़ा फैसला , सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम को मिली बड़ी जिमेदारी

देहरादून: उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा इस बार नए रिकॉर्ड बनाती हुई दिख रही है। चारधाम यात्रा के शुरुआती 4 दिनों में ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर चुके हैं और ये संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। सबसे कठिन माने जाने वाली श्री केदारनाथ धाम की यात्रा की ही बात करें तो 4 दिन में एक लाख से ज्यादा श्रद्धलु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं और यात्रा मार्ग में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।

गंगोत्री-यमुनोत्री धामों पर रिकॉर्ड तोड़ भीड़ के चलते सरकारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो चुकी हैं। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते लोगों को जाम में फंसने से घंटो तक इंतजार करना पड़ रहा है। उत्तरकाशी में कैंप करेंगे सचिव-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम उत्तरकाशी में कैंप करेंगे और उत्तरकाशी से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की व्यवस्थाओं पर नजर रखेंगे। तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के कारण यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री लगातार यात्रा की स्थिति पर नजर रख रहे हैं।

अब तक 26 लाख रजिस्ट्रेशन -उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार के मुताबिक पिछले साल 28 मई तक यमुनोत्री में 12045 तो गंगोत्री में 13670 यात्री ही पहुंचे थे, लेकिन मंगलवार को दिनभर में 27 हजार लोग यमुनोत्री पहुंचे। सड़कों पर बहुत दबाव है। इस बार अब तक करीब 26 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। अभी कपाट खुले 4 दिन ही हुए हैं, जबकि यात्रा नवंबर तक चलेगी। 2023 में मई से नवंबर तक रिकॉर्ड 55 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। कई लोग बिना रजिस्ट्रेशन पहुंचे हैं। सरकारी इंतजाम 2023 के यात्रियों की संख्या के आधार पर हुए थे।

पौराणिक ग्रंथों के मुताबिक उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 1200 साल से हो रही है, लेकिन पहली बार इतने श्रद्धालु पहुंचे हैं। पिछले साल यमुनोत्री, गंगोत्री के कपाट 22 अप्रैल तो केदारनाथ के 25 अप्रैल और बद्रीनाथ के 27 अप्रैल को खुले थे। तब यात्रा के शुरुआती पांच दिनों में 52 हजार लोग ही पहुंचे थे। इस बार चार दिन में 1.30 लाख से ज्यादा लोग पहुंच चुके हैं। 2023 में इतने लोग 16 दिन में पहुंच पाए थे।

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